कृषि क्षेत्र में बिजनेस शुरू करने के लिए मिलेगा 4 लाख रुपए से 25 लाख रुपए तक का अनुदान

कृषि एवं कृषि संबंधित बिजनेस शुरू करने के लिए छात्रों, युवाओं, किसानों, महिलाओं एवं उद्यमियों को 4 लाख रुपए से लेकर 25 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा तीन अलग-अलग प्रोग्राम शुरू किए गए हैं।

अगर आपके पास कोई कृषि व कृषि से संबंधित बिजनेस करने का आईडिया है, तो चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से स्थापित एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर (एबिक) के माध्यम से 25 लाख रुपए तक की अनुदान राशि दिला सकता है। यह अनुदान राशि एक प्रक्रिया के तहत एएचयू स्थित एबिक के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए इच्छुक व्यक्ति चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.hau.ac.in पर 10 सितंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

तीन प्रोग्रामों के तहत दिया जाएगा अनुदान

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बी.आर काम्बोज के अनुसार इस सेंटर के माध्यम से युवा, छात्र, किसान, महिला व उद्यमी अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं और मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाइसेंसिंग, ट्रेडमार्क व पेटेंट, तकनीकी व फंडिंग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर कृषि क्षेत्र में अपने स्टार्टअप को नया आयाम दे सकते हैं। इसके लिए छात्र कल्याण प्रोग्रामपहल एवं सफल 2025 – नाम से तीन प्रोग्रामों का संचालन किया जा रहा है।

छात्र कल्याण प्रोग्राम

यह प्रोग्राम छात्रों के लिए प्रारंभ किया गया है जो छात्रों को स्वयं रोजगार की शुरुआत कर उद्यमी बनाने में मदद करेगा। इस प्रोग्राम के तहत केवल पढ़ने वाले छात्र ही आवेदन कर सकते हैं। चयनित छात्र को एक महीने का प्रशिक्षण व 4 लाख तक की अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान किया गया है। यह राशि चयनित छात्र को एकमुश्त दी जाएगी।

 

पहल प्रोग्राम

इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीद्वार को एक महीने का प्रशिक्षण व 5 लाख तक की अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है, यह राशि चयनित उम्मीद्वार को एकमुश्त दी जाएगी।

सफल प्रोग्राम

इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीद्वार को एक महीने का प्रशिक्षण व 25 लाख तक की अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान किया गया है। यह राशि चयनित उम्मीद्वार को दो किस्तों में दी जाएगी।

 

पिछले 6 सालों 73 स्टार्टअप्स को केंद्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय द्वारा लगभग 9 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। कुलपति ने उक्त कार्यक्रमों से संबंधित विवरण पुस्तिका का विमोचन किया।

 

 

यह व्यक्ति कर सकते हैं आवेदन

योजना के तहत आवेदक को अपने आईडिया का प्रपोजल HAU की वेबसाइट hau.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन करना है जोकि निःशुल्क है। उसके बाद उस आईडिया का यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक व इनक्यूबेशन कमिटी द्वारा एक महीने के प्रशिक्षण के लिए चयन किया जाएगा। एक महीने के प्रशिक्षण के बाद भारत सरकार द्वारा गठित कमेटी आवेदक के आईडिया को प्रस्तुत करवाएगी और चयनित आवेदक को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा अनुदान राशि स्वीकृत की जाएगी।

 

सभी को मिलेगा रोजगार का अवसर

कुलपति ने कहा कि युवाओं के लिए कृषि क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है। एबिक सेंटर से प्रशिक्षण व वित्तीय सहायता लेकर युवा रोजगार खोजने की बजाय देने वाले बन सकते हैं। इस सेंटर के माध्यम से स्टार्टअप्स देश को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अहम भूमिका निभायेंगे। भारत सरकार ने महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान राशि देने का प्रावधान रखा है।

 

इसके साथ ही युवा, किसान, उद्यमी, एबिक सेंटर के माध्यम से कृषि क्षेत्र में प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, सर्विसिंग, पैकेजिंग व ब्रांडिंग करके व्यापार की आपार संभावनाएं तलाश सकते हैं। ये तीनों कार्यक्रम उनको आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने बताया कि इस सेंटर से अब तक जुड़े युवा उद्यमी व किसानों ने न केवल अपनी कंपनी का टर्न ओवर करोड़ों रुपए तक पहुंचाया है अपितु उन्होंने दूसरे लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है।

 

 

Scroll to Top